पटना 08 अगस्त 2025

बिहार विद्यापीठ के अंतर्गत संचालित देशरत्न राजेन्द्र प्रसाद शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में आज बी.एड. डिग्री पाठ्यक्रम (सत्र 2025-27) के नवप्रवेशित प्रशिक्षणार्थियों का परिचय सत्र बड़े उत्साह एवं गरिमा के साथ आयोजित किया गया।

मुख्य अतिथि के रूप में बिहार विद्यापीठ के अध्यक्ष एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त वरिष्ठ पदाधिकारी श्री विजय प्रकाश ने अपने संबोधन में कहा, “नवप्रवेशित प्रशिक्षणार्थियों का स्वागत उसी उत्साह और स्नेह के साथ किया जा रहा है जैसे किसी नवजात शिशु की ‘छठ्ठी’ मनाई जाती है। बिहार विद्यापीठ, एक राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के रूप में, 104 वर्षों के गौरवशाली इतिहास का धनी है। इसने स्वतंत्रता संग्राम, समाज सेवा एवं शिक्षा-कौशल विकास में अभूतपूर्व योगदान दिया है। प्रौद्योगिकी के बढ़ते प्रभाव के इस युग में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार, संवेदनशीलता और नई चुनौतियों को अपनाने की आवश्यकता है।”
सचिव, बिहार विद्यापीठ, डॉ. राणा अवधेश ने प्रशिक्षणार्थियों को ईमानदारी, नैतिकता और अनुशासन को अपने जीवन का मूलमंत्र बनाने का संदेश दिया।
निदेशक, शिक्षा, संस्कृति एवं संग्रहालय, डॉ. मृदुला प्रकाश ने विद्यालय शिक्षण के अनुभव साझा करते हुए कहा,
“प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य शिक्षा सिद्धांतों को जमीनी स्तर पर लागू करना है। गतिविधि-आधारित शिक्षण से ही शिक्षक रोल मॉडल बन सकते हैं।”
पूर्व वित्त मंत्री, बिहार विद्यापीठ, श्री विवेक रंजन ने कहा कि आज की पीढ़ी कंप्यूटर प्रौद्योगिकी में दक्ष है, अतः उनसे यह अपेक्षा की जाती है कि वे तकनीकी रूप से सक्षम और प्रभावी शिक्षक बनेंगे।
संयुक्त सचिव, अवधेश के. नारायण ने कहा,
“शिक्षक का कार्य केवल ज्ञान का संप्रेषण नहीं, बल्कि कौशल एवं व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाना भी है। विद्यालयों में भावी राष्ट्र का निर्माण होता है, इसलिए शिक्षक अपनी भूमिका को समझकर आदर्श शिक्षक बनने का प्रयास करें।
एलआईसी के सी ओ ओ श्री प्रमोद कुमार कर्ण ने एक आई सी की गतिविधियों से अवगत कराते हुए कहा कि शिक्षण में नवाचार के लिए ए आई सी से जुड़ कर परियोजना कार्य कर सकते हैं
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. पूनम वर्मा ने आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए सभी गणमान्य व्यक्तियों एवं महाविद्यालय अनुशासन एवं शैक्षणिक क्रियाकलापों का परिचय नव नामांकित प्रशिक्षणार्थियों से कराया।
कार्यक्रम का शुभारंभ सामूहिक “स्वागतम्-स्वागतम्” गीत से हुआ, जिसकी प्रस्तुति संगीत शिक्षिका कंचन कुमारी के निर्देशन में डी एल एड द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षणार्थियों द्वारा दी गई।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक गण यथा डॉ. प्रतिमा कुमारी, डॉ. रीना चौधरी, श्रीमती रिंपल कुमारी, श्री कमलेश कुमार, श्रीमती रजनी रंजन, डॉ. शादमा शाहिन, श्री चंद्रकांत आर्य, श्रीमती मंजरी चौधरी, श्री विकाश कुमार, श्री सुधीर पाठक ,श्रीमती कंचन कुमारी, कुमारी श्रुति, कुमारी प्रेरणा एवं श्री सौरभ कुमार ने अपने विचार साझा किए और नवप्रवेशित प्रशिक्षणार्थियों को प्रेरित किया।
पुस्तकालय प्रभारी श्रीमती स्वाति कुमारी ने पुस्तकालय की सदस्यता एवं संचालन प्रक्रिया की जानकारी दी। कार्यालय सहायक विनिता कुमारी , ज्योति कुमारी एवं कंप्यूटर सेंटर प्रभारी राकेश कुमार सिन्हा ने संस्थान की सुविधाओं से अवगत कराया। नव नामांकित प्रशिक्षुओं ने भी अपना परिचय सबके सामने साझा किया।
कार्यक्रम में मंच संचालन प्रेरणा कुमारी एवं धन्यवाद ज्ञापन कुमारी श्रुति ने किया तथा अंत में कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान के द्वारा किया गया।

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