पटना 28 अप्रैल 2023

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज अधिवेशन भवन में सिविल सेवा दिवस 2023 के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।

इस अवसर पर दीप प्रज्ज्वलित करने के पश्चात् आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिविल सेवा दिवस 2023 के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल आप सभी लोगों का मैं अभिनंदन करता हूं। देश में पहली बार 21 अप्रैल 1947 को तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने सिविल सेवा के अधिकारियों को संबोधित किया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने वर्ष 2006 से 21 अप्रैल को प्रतिवर्ष सिविल सेवा दिवस मनाने की शुरुआत की। बिहार में पहली बार 21 अप्रैल 2016 को सिविल सेवा दिवस मनाना तय किया गया। कोरोना के कारण पिछले कुछ वर्षों में इसका आयोजन नहीं किया जा सका । ईद को लेकर इस वर्ष 21 अप्रैल को सिविल सेवा दिवस मनाना संभव नहीं हुआ, क्योंकि प्रशासन के अधिकारियों को कानून व्यवस्था एवं अन्य कार्यों के लिए उस दिन फिल्ड में रहना जरुरी था ताकि लोग शांतिपूर्ण ढंग से ईद मना सकें। आज के दिन इसका आयोजन किया गया है, इसमें शामिल होकर मुझे काफी खुशी हो रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नीति बनाना सरकार का काम होता है लेकिन सरकार के द्वारा तय की गई नीतियों का क्रियान्वयन करना आपलोगों का काम होता है। बिहार के सभी क्षेत्रों में काफी काम हुआ है। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम करवाया गया है। पहले गरीबी के कारण माता-पिता अपने बच्चियों को 5वीं क्लास के बाद पढ़ने के लिए स्कूल नहीं भेज पाते थे। हमने पोशाक योजना की शुरुआत करायी ताकि बच्चियां स्कूल जा सकें। इसके बाद साइकिल योजना शुरु की गई। हमलोगों ने छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति देना भी शुरु किया। विदेश के लोगों ने भी बिहार में चलायी गयी साइकिल योजना की काफी प्रशंसा की। स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम हुआ है। अस्पतालों के निर्माण के साथ-साथ मुफ्त दवा की व्यवस्था और डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करायी गई। लोगों के लिए बेहतर इलाज की व्यवस्था की गई। उन्होंने कहा कि आजकल नया दौर आ गया है। पहले किए गए कार्यों को आपलोग मत भूलिएगा। सभी चीजों को सोशल मीडिया पर डालिए ताकि नई पीढ़ी के लोग इससे अवगत रहें।

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