पटना 09 जनवरी 2024
भारतीय शास्त्रीय संगीत जगत के मशहूर गायक और पद्म भूषण से सम्मानित उस्ताद राशिद खान का मंगलवार को निधन हो गया। उनके निधन पर कला जगत सहित देश भर के राजनीतिज्ञों ने भी शोक जताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर शोक जताते हुए लिखा , ”भारतीय शास्त्रीय संगीत जगत की महान हस्ती उस्ताद राशिद खान जी के निधन से दुख हुआ। संगीत के प्रति उनकी अद्वितीय प्रतिभा और समर्पण ने हमारी सांस्कृतिक दुनिया को समृद्ध किया। पीढ़ियों को प्रेरित किया। उनका निधन एक खालीपन छोड़ गया है। इसे भरना मुश्किल होगा। उनके परिवार, शिष्यों और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। ”

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘प्रख्यात हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायक उस्ताद राशिद खान के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। पद्म भूषण से सम्मानित उस्ताद राशिद खान ने संगीत शैलियों के मिश्रण और जुगलबंदियां प्रस्तुत करके अत्यधिक बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। वह शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में एक समृद्ध विरासत छोड़ गए हैं। मैं उनके प्रियजनों और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं। ’’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘मैने उनके निधन के बारे में सुना। मुझे बेहद दुख है, क्योंकि मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा है कि राशिद खान अब नहीं रहे। यह पूरे देश और पूरे संगीत जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। ’’ आगे उन्होंने कहा कि ‘‘हमारे बीच गहरा निजी रिश्ता था वह बहुत प्यारे इंसान थे। हम नियमित रूप से संपर्क में रहते थे। हम सभी उनके परिवार के साथ हैं। ’’ साथ ही उन्होंने कहा कि 10 जनवरी को उनका शव मुर्दाघर से बाहर निकाले जाने के बाद खान को सरकारी सांस्कृतिक परिसर रवीन्द्र सदन में बंदूकों की सलामी दी जाएगी और राजकीय सम्मान दिया जाएगा। इस अवसर पर वह स्वयं और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी वहां मौजूद रहेंगे।इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए नकटला स्थित उनके घर और उसके बाद टॉलीगंज कब्रिस्तान ले जाया जाएगा।
मिल रही जानकारी के अनुसार 55 वर्षीय प्रख्यात हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायक उस्ताद राशिद खान प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित थे। उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटे और एक बेटी है। रामपुर-सहसवान घराने से ताल्लुक रखने वाले खान, घराने के संस्थापक इनायत हुसैन खान के परपोते थे।