पटना 08 फरवरी 2024

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को अपने दो दिवसीय दिल्ली दौरे से वापस पटना पहुँचे। एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत की। पत्रकारों द्वारा प्रधानमंत्री से मुलाकात के संबंध में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मुलाकात काफी अच्छा रहा, बहुत अच्छे ढंग से बातचीत हुई है। हमलोग बिहार के विकास के लिए वर्ष 2005 से काम कर रहे हैं, तब से निरंतर बिहार में विकास के काम हो रहे हैं इसलिए चिंता करने की जरूरत नहीं है। हमने अपनी पार्टी के सभी साथियों से भी पूरी बातचीत की है, सब लोगों से काफी अच्छे ढंग से बातचीत हुई है। इस दौरान बिहार विधान सभा में 12 फरवरी को होने वाले फ्लोर टेस्ट में एन०डी०ए० सरकार के बहुमत हासिल करने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सब ठीक है। हम तो दिन-रात काम करने वाले हैं, आगे भी विकास का काम करते रहेंगे। इस अवसर पर पूर्व मंत्री एवं विधान पार्षद संजय कुमार झा भी उपस्थित थे।

गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली यात्रा के बाद पटना लौटे।महागठबंधन से अलग होकर एनडीए में शामिल होने और सूबे में नई सरकार बनाने के के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से यह पहली मुलाकात थी। बिहार के सीएम नीतीश कुमार पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने पीएम आवास पहुंचे। बुधवार को इस दौरन मुख्यमंत्री ने नीतीश ने पीएम मोदी को गुलदस्ता भेंट किया।पीएम मोदी ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गर्मजोशी से स्वागत किया।अपनी इस यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी सध्याक्ष जे पी नड्डा से भी मुलाकात की। गुरुवार को अपनी इस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से भी मुलाकात की और उन्हें भारत रत्न दिए जाने पर बधाई दी।बिहार में एनडीए सरकार के गठन के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस दिल्ली यात्रा को काफी अहममन जा रहा है।

बिहार में आने वाले समय में कैबिनेट विस्तार होना है. वहीं, 12 फरवरी को एनडीए की नई सरकार का फ्लोर टेस्ट है.। नीतीश कुमार को विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा। हालाँकि मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी सहित भाजपा नेताओं से अपनी मुलाकात को ओपचारिक मुलाकात बता रहे हैं। लेकिन राजनितिक गलियारी में इस मुलाकात को फ्लोर टेस्ट और आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। बताते चले कि लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में एनडीए में सीटों का बंटवारा भी होना है। पिछले लोकसभा चुनाव में जेडीयू और बीजेपी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था.। बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं. जेडीयू और बीजेपी ने 17-17 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे.। बीजेपी को 17 और जेडीयू को 16 सीटों पर जीत मिली थी।

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