बिहारशरीफ,26 अप्रैल 2024
नालंदा का ताजा राजनीतिक घटनाक्रम कुछ और ही संकेत दे रहा है। कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के फैसले पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य दिलीप कुमार ने अपने सोशल साइट अकाउंट पर लिखा है कि कांग्रेस अब किसी पार्टी या आंदोलन का नाम नहीं, बल्कि सिर्फ गिने चुने चापलूसों और बाप बेटों की पार्टी बनकर रह गई है। उनका यह बयान सियासी टीकाकारों की माथापच्ची का विषय बन गया है।

राजनीतिक जानकार कहने लगे हैं कि इस खटखट से ऐसा लग रहा है कि नालंदा में विपरित हालात जन्म लेंगे। टिकट के बंटवारे पर कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य दिलीप कुमार मुखर विरोध यह स्पष्ट करता है कि वह अंदरखाने कांग्रेस से खफा हैं। बुधवार को मीडिया को दिये अपने वक्तव्य में उन्होंने साफ तौर पर पार्टी का झंडा ढोने वाले कार्यकर्ताओं को उपेक्षित करने की बात कही है। वह कहते हैं कि परिस्थितियों जटिल हो सकती है। वोटिंग से पहले कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में यह मैसेज फैला तो बिहार के कई सीटों पर नतीजे चौंकाने वाले हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी भी राजनीतिक पार्टी से कोई गिला शिकवा नहीं है। नालंदा में कांग्रेस को सीट नहीं मिला इससे भी हमें कोई परेशानी नहीं है, लेकिन कार्यकर्ता जब किनारे हो जायेंगे तो चुनाव क्या खाक जीतेंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वह इस चुनाव से पूरी तरह खुद को अलग कर रखे हैं। लेकिन वह दूसरे जिलों में इंडिया गठबंधन के लिए प्रचार प्रसार कर रहे हैं। कहते हैं कि नालंदा में वर्ष 2014 एवं वर्ष 2019 की पुनरावृति होने जा रही है, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि पूरे देश की जनता एनडीए के खिलाफ है। मोदी जी के खिलाफ हैं। रोजगार, बेरोजगारी व महंगाई के मुद्दे पर लोगों की खास नाराजगी देखी जा रही है। राहुल गांधी हमारे सर्वमान्य नेता हैं। राहुल गांधी के एक आवाहन पर देशवासी एकजुटता का परिचय देने के लिए तैयार रहते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें कांग्रेस से कोई तकलीफ नहीं है। लेकिन आला कमान को यह समझना होगा कि वह इस तरह के नेताओं से दरकिनार हो। सही बात उन तक पहुंच नहीं पाती है। आला कमान को चाहिए कि वह तमाम जिलाध्यक्षों के साथ बैठक आयोजित करें। जिससे कि तमाम तरह की बातें उन तक पहुंच सके। आला कमान अगर एक्सरसाइज करके टिकटों का बंटवारा करते तो इसमें कोई दो मत नहीं कि कांग्रेस पार्टी बिहार में अधिक सीट पाती।