सहरसा,26 मई 2024

बिहार के विश्वविद्यालयों के नए स्नातकोत्तर के पाठ्यक्रम में केवल गायन को ही शामिल करना साथ ही स्नातक के नए चार वर्षीय सी बी सी एस पाठ्यक्रम में तबला,पखावज और शास्त्रीय नृत्य को शामिल नहीं करने के कारण एसएनएस आरकेएस महाविद्यालय के संगीत विभागाध्यक्ष प्रो गौतम कुमार सिंह ने बिहार के महामहिम राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मिलकर आवेदन दिया।

जिसमें बनारस दिल्ली,राजस्थान,हरियाणा विश्वविद्यालयों में संगीत गायन वादन से संबंधित विषय का पाठ पढ़ने की अनिवार्यता है।लेकिन बिहार के विश्वविद्यालयों में ऐसा नही रहने से छात्र छात्राओं की परेशानियों से श्री सिंह ने महामहिम को अवगत कराया गया।उक्त मांग पर त्वरित संज्ञान लेते हुए महामहिम राज्यपाल द्वारा प्रो.गौतम कुमार सिंह की अध्यक्षता में ही उस पाठ्यक्रम को संशोधित करते हुए कमिटी गठन करने का आदेश दे दिया।वही नई कमिटि गठित होने पर बिहार संगीत योग्यताधारी प्रशिक्षित संघ और कलाकार संघ संरक्षक सह मीडिया प्रभारी मुकेश मिलन,अध्यक्ष कन्हैया सिंह कन्हैया,कुमार लाल दास,अरविंद कुमार अकेला,जितेंद्र जीतू,धीरेंद्र कुमार धीरज,रंजन राज,श्याम कुमार दास,ब्रजेश कुमार सिंह,सुंदर सामंजस,चिरंजीवी सामांजस,नीरज कुमार शानू,चंदन मिश्रा,अनुप्रिया झा,कोयल वागीश,रोहिणी सिंह,मनोज राजा,चंचल छैला के साथ साथ संगीत के अनेक छात्र छात्राओ ने हर्ष व्याप्त करते हुए कहा कि महामहिम राज्यपाल के आदेश से तबला,पखावज और नृत्य विषय को स्नातक एवं स्नातकोत्तर के नए पाठयक्रम में शामिल हो जाने से बिहार के छात्र छात्राओं को इन विषयों के अध्ययन के लिए बिहार से बाहर नहीं जाना होगा । इस पुनीत कार्य के प्रयास के लिए संघ के कार्यकर्ताओं ने प्रो गौतम कुमार सिंह के प्रति आभार व्यक्त किया।

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