पटना 29 मई 2024
बुधवार को ए.आई.सी.-बी.भी.फाउण्डेषन तथा सिडबी के सहयोग से 15 दिवसीय कौशल प्रशिक्षणण कार्यक्रम की शुरूआत की गयी। इस कार्यक्रम में फूड प्रोसेसिंग एवं पैकेजिंग, डिजिटल मार्केटींग तथा 3डी. प्रीटिंग के कोर्स को शामिल किया गया है। इस अवसर पर सिडबी की महाप्रबंधक अनुभा प्रसाद ने अपने उद्बोधन में इस बात पर जोर दिया कि बिना तकनीकी समृद्धि के देष में बढ़ रही बेरोजगारी को खत्म करना असंभव है। उद्यमिता से ही बेरोजगारी का निदान संभव है। वर्तमान समय में ।प् तथा 3डी प्रीटिंग तकनीक का जिस तरीके से सारे क्षेत्रों में उपयोग हो रहा है, वह इस ओर इषारा कर रहा है कि हम आने वाले पीढ़ी को इस तकनीक से जितना अधिक परिचय करायेंगे आने वाला भविष्य उनके लिए उतना ही समृद्ध होगा।
ए.आई.सी बिहार विद्यापीठ के अध्यक्ष सह मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी विजय प्रकाश ने अपने उद्बोधन में कहा कि जब तक हमारी अर्थव्यवस्था कृषि आधारित थी तब तक हम आर्थिक रूप से समृद्ध थे तथा हम देष के जी.डी.पी. में एक अहम योगदान दे रहे थे। जब से औद्योगिक क्रांति में मशीनरी और ऑटोमेशन का युग आया बिहार का योगदान भारतीय जी.डी.पी. में काफी कम हो गया। फुड प्रोसेसिंग उद्योग के विकास पर जोर देते हुए श्री प्रकाश ने कहा कि बिहार आने वाले समय में फुड प्रोसेसिंग उद्योग में देष का नेतृत्व करेगा। बिहार विद्यापीठ द्वारा संचालित बिहार अंडा प्रचुरता कार्यक्रम से अंडा के उत्पादन में बिहार अभूतपूर्व वृद्धि हुयी है। इस कार्यक्रम के शिक्षण के आधार पर ही विभिन्न तकनीकों में उद्यमियों को मदद करने की योजना बनायी गई है। श्री प्रकाश ने बिकानेर स्वीट्स की फाउण्डर इला मित्तल द्वारा किये जा रहे कामों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। इनके द्वारा बनाये जा रहे सत्तू की बर्फी की प्रशंसा करते हुए श्री प्रकाश ने कहा कि बिहार के परंपरागत चीजों को मार्केट तक पहुँचाने का समय आ गया है तथा इसमें नये नये उद्यमी बनने की अपार संभावनाएँ हैं।
इस अवसर पर ए.आई.सी के मुख्य परिचालन अधिकारी प्रमोद कर्ण ने अपने स्वागत भाषण में सिडबी की महाप्रबंधक श्रीमती अनुभा प्रसाद का विशेष रूप से धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने प्रशिक्षुओं का उत्साहवर्द्धन करते हुए इस बात पर जोर दिया कि यह 15 दिवसीय कार्यक्रम एक उद्यमी बनाने के उद्देष्य से तैयार किया गया है। इसमें कुल 120 प्रशिक्षुओं को निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। डा० मृदुला प्रकाश ने भी इस कार्यक्रम के लिए ए.आई.सी के प्रशिक्षुओं का उत्साहवर्द्धन किया।
अंत में कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए ए.आई.सी के मैनेजर डा० राकेश रंजन ने धन्यवाद ज्ञापित किया।