पटना 25 सितम्बर 2024
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा है कि अपराध पर गलतबयानी कर राजद बिहार के विकास को रोकना चाहता है। बिहार पुलिस के आंकड़ों के अनुसार 2000 ई. के बाद के 24 वर्षों में बिहार में हत्या की दर घट कर आधी रह गई है, फिर भी राजद हाय-तौब्बा मचा कर बिहार की जनता को डराना व बिहार के विकास को झुठलाना, रोकना चाहता है।
श्री पाण्डेय ने कहा कि 2001 में प्रति लाख आबादी पर हत्या की दर 4.4 के मुकाबले 2024 में यह घटकर 2.1 हो गयी है। देश के 20 से अधिक राज्यों में क्राइम का ग्राफ बिहार से ज्यादा है। कोरोना काल के वर्ष 2021 को छोड़ दें तो पिछले छह वर्षों में हत्या के मामलों में उल्लेखनीय कमी आयी है।
उन्होंने कहा कि 2018 में हत्या के 2933, 2022 में 2929 और 2023 में 2844 मामले दर्ज किये गये थे। इनमें 72.2 फीसदी हत्याएं निजी कारणों से ही की गयी है। इसमें जमीन समेत अन्य कारणों से उपजा आपसी विवाद, प्रेम प्रसंग, अवैध रिश्ता सबसे मुख्य कारण रहे हैं। कानून के शासन के तहत हत्या सहित अपराध की हर घटना के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सम्यक कार्रवाई होती है।
श्री पाण्डेय ने कहा कि राजद राजनीतिक तौर पर जब एनडीए सरकार को विकास व सुशासन के मुद्दों पर नहीं घेर पाता है तो हत्या व अन्य अपराध की घटनाओं पर गलतबयानी कर बिहार की जनता को डराना व उनमें दहशत पैदा करना चाहता है। दरअसल राजद को बिहार का चतुर्दिक विकास पच नहीं रहा है।