पटना 02 नवम्बर 2024
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा है कि पश्चिम बंगाल के गरीबों व बुजुर्गों की हकमारी कर वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी देश को गुमराह कर रही हैं। सुश्री बनर्जी अक्सर आरोप लगाती रही हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने राज्य के लिए कुछ नहीं किया है। जबकि सच्चाई ये है कि बंगाल में कई सरकारी योजनाओं में घोटाले पर घोटाले सामने आए तो कइयों को लागू तक नहीं दिया गया। ‘आयुष्मान भारत’ जैसी योजना को रोक कर रखा गया है, जबकि केंद्र सरकार लगातार पश्चिम बंगाल के लिए फंड्स जारी करती रही, वहां के आमजनों के लिए योजनाएं बनाती रहीं है।
श्री पाण्डेय ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल के लिए 5.36 लाख करोड़ रुपए जारी किए हैं। साथ ही राज्य के आमजनों को 80,000 करोड़ रुपए की फ़ूड सब्सिडी और 30,000 करोड़ रुपए की फर्टिलाइजर सब्सिडी योजना का लाभ भी दिया है। 2023-24 में पश्चिम बंगाल के कुल राजस्व 2.13 लाख करोड़ रुपये में से अकेले केंद्रीय हस्तांतरण 1.17 लाख करोड़ रुपये था, जो राज्य के कुल राजस्व का लगभग 55 प्रतिशत होता है। केंद्र सरकार पर अनर्गल आरोप लगाने वाली बनर्जी सरकार संवैधानिक प्रावधान होने के बावजूद पिछले छह बार से सीएजी रिपोर्ट को विधान सभा में पेश नहीं होने दे रही है।
श्री पाण्डेय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में पिछले छह वर्षों में ग्रामीण विकास के लिए 93,171 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। पिछले 10 वर्षों की बात करें तो इनमें से 6 साल ऐसे रहे हैं जब पश्चिम बंगाल को ग्रामीण विकास में सबसे ज्यादा पैसे मिले। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत राज्य को 2151 करोड़ रुपए दिए गए। वहीं शहरी विकास के लिए 13,469 करोड़ रुपए आवंटित किए गए। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत राज्य के 4,89,959 गरीब परिवारों को घर मिला। पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत राज्य के 6 करोड़ लोगों को राशन दिया जा रहा है। पश्चिम बंगाल के जनजातीय समाज के उत्थान लिए पिछले 6 वर्षों में 834 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। जनजातीय समाज के छात्रों को 231 करोड़ रुपए से भी अधिक के स्कॉलरशिप दिए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी राजनीतिक कारणों से अपने प्रदेश में केंद्र प्रायोजित योजनाओं लागू नहीं करके एक तरह से वहां की गरीब जनता का ही नुकसान कर रहीं है। केंद्र सरकार के खिलाफ लगाए जा रहे उनके सारे आरोप बेबुनियाद है।