पटना 04 फ़रवरी 2025

स्कूल ऑफ क्रिएटिव लर्निंग में आज वसंत पंचमी के पावन अवसर पर माता सरस्वती की पूजा अत्यंत श्रद्धा और उत्साह के साथ संपन्न हुई। इस अवसर को प्रबंधन दिवस के रूप में भी मनाया गया। इस आयोजन की विशेषता यह रही कि मां सरस्वती की प्रतिमा का निर्माण स्वयं विद्यार्थियों ने किया। संपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन और क्रियान्वयन भी विद्यार्थियों द्वारा किया गया, जिसमें वे सजावट, प्रसाद निर्माण और वितरण, अतिथियों का आमंत्रण, भजन संध्या तथा अन्य सभी गतिविधियों में सक्रिय रूप से सम्मिलित हुए।

छोटे बच्चों ने आकर्षक परिधानों में सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया, जो दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री विजय प्रकाश, अध्यक्ष, एपीसीएल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सजावट में प्रदर्शित मां सरस्वती के 108 नाम उनकी दिव्य विशेषताओं को दर्शाते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को विशेष रूप से पुस्तक पढ़ने और संगीत सीखने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को सदैव एक पुस्तक अपने साथ रखनी चाहिए, जैसा कि मां सरस्वती स्वयं करती हैं।

विद्यालय की प्राचार्या डॉ. मृदुला प्रकाश ने अपने संबोधन में कहा कि हमें मां सरस्वती की उपासना सच्चे मन से करनी चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि प्रत्येक बच्चा हवन कुंड में अपनी एक बुरी आदत को जलाकर छोड़ने का संकल्प ले। इस अवसर पर सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों ने मां सरस्वती के समक्ष प्रार्थना की और अपनी बुरी आदत को त्यागने हेतु संकल्प लेते हुए पर्ची पर लिखकर अग्नि को समर्पित किया।

पूरे वातावरण में भक्तिमय संगीत और मधुर भजनों की गूंज सुनाई दे रही थी। सभी उपस्थित लोगों ने पीले वस्त्र धारण किए हुए थे, जिससे वसंत ऋतु की शुभ्रता और उल्लास परिलक्षित हो रहा था। पूजा के उपरांत सभी ने परस्पर अबीर खेलकर वसंत ऋतु का स्वागत किया।

विद्यालय परिवार के इस अनुकरणीय प्रयास ने एक नए आदर्श को स्थापित किया और यह दर्शाया कि जब विद्यार्थी स्वयं आयोजन की बागडोर संभालते हैं तो उनका आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता बढ़ती है।

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