पटना 08 मार्च 2025

बिहार के सभी 38 जिलों के लगभग लगभग 45 हजारों गांवों के 8387 पंचायतों के लिए निःशुल्क ग्रामीण कैंसर जांच कार्यक्रम का लोकार्पण बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने डॉ. प्रभात रंजन डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च सेंटर के प्रांगण में किया। इस दौरान ग्रामीण कैंसर स्क्रीनिंग कार्यक्रम के लिए समर्पित नए ऐप व बिहार का पहला स्लीप इंस्टीट्यूट के लोकार्पण के साथ ही ऑन को-मीट 2025 का भी उद्घाटन किया गया। अपने संबोधन में श्री पांडेय ने कहा कि बिहार में कैंसर के खिलाफ अभियान की सख्त जरूरत है। खासकर ग्रामीण व सुदूर इलाकों में बसने वाली आबादी पर फोकस जरुरी है। डॉ. प्रभात रंजन डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च सेंटर के निदेशक डॉ प्रभात रंजन ने इस अभियान को निःशुल्क चलाने का निर्णय लिया है। इससे निश्चित तौर पर बिहार के सुदूर इलाकों में रह रहे लोगों को लाभ मिलेगा। यदि पहले ही कैंसर की जांच करके उनके बारे में जानकारी प्राप्त कर ली जाए तो इलाज करना संभव है।

मंगल पांडे ने कहा कि बिहार देश का पहला राज्य है जहां सर्वाइवल कैंसर के बचाव के लिए महिलाओं को टीके लगाए जाते हैं। प्रदेश में इस बीमारी से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान निरंतर जारी है। हमारा लक्ष्य है कि महिलाओं में होने वाली इस गंभीर बीमारी की रोकथाम के लिए जन- जागरुकता में तेजी आए। राज्य के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में लगातार स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हुआ है। जिससे राज्य की जनता लाभान्वित हुई है। एक दौर था जब कैंसर जैसी घातक बीमारी के इलाज के लिए राज्य से बाहर जाना पाड़ता था। मगर हमारे मुख्यमंत्री की सोच व निरंतर प्रयासों का नतीजा है कि आज राज्य में कैंसर की बीमारी का समुचित इलाज हो रहा है। मुजफ्फरपुर में भी 425 करोड़ की लागत से कैंसर का बड़ा अस्पताल खुलने जा रहा है। वहीं पटना में चल रहे महावीर कैंसर अस्पताल को राज्य सरकार ने खुलकर सहयोग प्रदान की। राज्य के विभिन्न अस्पतालों में कैंसर समेत अन्य गंभीर बीमारियों की रोकथाम की समुचित व्यवस्था कर दी गयी है। 2005 के बाद स्वास्थ्य सेवा में काफी काफी सुधार हुआ है।

श्री पांडेय ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत की सोच को पूरा करने में स्वास्थ्य सेवाओं का भी अहम योगदान है। आज पीएम मोदी जी के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल किया जा रहा है। आज 2014 के बाद देश में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हुआ है। इस अवसर पर डॉ प्रभात रंजन ने अपने संबोधन में कहा कि इस अभियान को तीन वर्षों में बिहार के सभी 38 जिलों के लगभग लगभग 45,000 गांवों के 8387 पंचायतों में चलाया जाएगा, जिससे हजारों लोगों को लाभांवित होंगे। इस अभियान के तहत मुखिया और गांव के पंचायत समिति के सदस्य के माध्यम से गांवों के लोगों से संपर्क किया जाता है और उनको ऐप के बारे में बताया जाता है, और उसे हर घर के मोबाइल पर डाउनलोड किया जाता है। इसके ट्रायल में अब तक इस माध्यम से 12 गावों में 14 हजार लोगों में 32 कैसंर की पहली अवस्था में और 5 कैंसर मरीज की दूसरी अवस्था में पहचान की गई है। इस अवसर पर मेयर सीता साहू, पद्मश्री डॉ जितेंद्र कुमार, डॉ सहजानंद, डॉ दीवाकर तेजस्वी, डॉ रूपम, भाप्रस अधिकारी श्री गंगा कुमार समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

Loading

Leave a Reply

Your email address will not be published.