पटना 27 मई 2024
जद(यू) प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा ने मीडिया में बयान जारी कर मुस्लिम समुदाय के आरक्षण को लेकर तेजस्वी यादव की तरफ से की जा रही बयानबाजी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को लोगों के बीच भ्रम फैलाने से पहले तथ्यों की सही तरीके से जानकारी ले लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ मुस्लिम आरक्षण को लेकर तेजस्वी यादव को बयानबाजी करने से पहले ये जानना चाहिए कि जिन लोगों के आरक्षण खत्म करने की बात की जा रही है वो लोग आरक्षण के सांविधानिक दायरे में आते ही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि संविधान के दायरे में वो आते हैं, जो सामाजिक और शैक्षणिक दृष्टिकोण से पिछड़े हैं। जिसमें गैर हिन्दू भी शामिल हैं और जिसे मंडल कमीशन ने सूचीबद्ध किया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों में मुस्लिम समुदाय के ऐसे लोगों को आरक्षण का लाभ मिल रहा है जो संविधानिक तौर पर उसके हकदार नहीं हैं, कारण है कि ये लोग सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े हुए नहीं हैं। पार्टी प्रवक्ता ने तेजस्वी यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुस्लिमों के तुष्टिकरण और चुनावों में इनका वोट हासिल करने के मकसद से ही तेजस्वी यादव गलतबयानी कर रहे हैं। जबकि केंद्र की एनडीए सरकार मुस्लिमों की सच्चे तौर पर हितैषी है और इस समुदाय में जिन वर्गों को सही तौर पर आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए वो उसे दे रही है। वहीं लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव पिछड़ा और अति पिछड़ा विरोधी हैं।
उन्होंने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें यह सवाल कांग्रेस के नेताओं से पूछना चाहिए जिन्होंने कांग्रेस शासित प्रदेशों में अल्पसंख्यकों के आरक्षण का आधार सामाजिक पिछड़ापन ना करके धर्म के आधार पर किया है। उन्होंने कहा कि तेलंगना, कर्नाटक में जहां कांग्रेस का शासन है वहां मुस्लिम आरक्षण को लेकर इस तरह के प्रावधान किए गए हैं जो पूरी तरह से संविधान की मान्यताओं के विपरित हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इंडी गठबंधन के तमाम दल असल में संविधान की मूल भावना को खत्म करना चाहते हैं।