पटना, 26 जुलाई 2024

बिहार जद(यू0) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि विधानसभा के मानसून सत्र में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का लगातार नदारद रहना संवैधानिक दायित्वों के प्रति उनकी संवेदनहीनता का द्योतक है। नेता प्रतिपक्ष के तौर पर सदन में जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण चर्चाओं में शामिल होना तेजस्वी यादव की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए थी लेकिन वे पूरे सत्र के दौरान गायब रहे।

श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि राजद की राजनीति का एकमात्र उद्देश्य किसी भी तरह से सत्ता हासिल कर अपने परिवार के लिए अवैध संपत्ति अर्जित करना रह गया है। राजद की प्राथमिकताओं में प्रदेश की आम जनता का हित दूर-दूर तक नहीं है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव ने मानसून सत्र में शामिल नहीं होकर नेता प्रतिपक्ष के संवैधानिक पद की गरिमा को भी ताड़-ताड़ किया है, बिहार की जनता उन्हें सबक जरूर सिखाएगी।

श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि तेजस्वी यादव सदन की परंपरा और संवैधानिक दायित्वों के प्रति गंभीर नहीं हैं। वे केवल वोट के लिए जनता के हितैषी होने का ढोंग करते हैं। जनसरोकार और प्रदेश के विकास में उनकी कोई रुचि नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि श्री तेजस्वी यादव अब जनता के समक्ष बेनकाब हो चुके हैं। अगले साल बिहार विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता उन्हें राजनीति से स्थायी तौर पर छुट्टी देने का काम करेगी।

Loading

Leave a Reply

Your email address will not be published.